Saturday, October 6, 2007

िक्रकेट के साथ डांस

भूपेन्द्र िसंह

एक िदन स्वर्ग में घूमते-घूमते ब्रैडमेन ने सोचा। यार बहुत िदन हो गए है मैच देखे िबना। क्यों न एक मैच देख लें। तबीयत हरी हो जाएगी। एक बार िफर उन पुराने िदनों की याद ताजा कर लूंगा। जब मैं जवान था अौर खूब रन बरसाता था।
लेिकन यार मैच देखूंगा कहा। मुझे तो पता भी नहीं िक कहां मैच हो रहा हूं। तभी ध्यान अाया क्यों न परसी सोन से पूछ िलया जाए। अाजकल वो भी यहीं स्वर्ग में है। बस िफर क्या था ब्रैडमेन पहुंच गए। परसी के पास। परसी ने ब्रैडमेन को देखते ही पूछा.. अरे सर बहुत िदनों बाद अौर क्या चल रहा है। ब्रैडमेन बोले कुछ नहीं यार सोचा बोर हो रहा हूं, क्यों न मैच देख अाऊं। परसी ने कहा िक अभी तो ट्वेंटी-२० हो रहा है। देख लीिजए। मंनोरंजन की भरपूर व्यवस्था है। चौके-छक्कों के साथ लड़कियों का नाच फ्री। अाम के अाम अौर गुठलियों के दाम। ब्रैडमैन सोचे यार ये तो बढ़िया है। मैं अभी ही वहां जाता हूं।
हाथ घुमाया अौर सीधे उड़ चले साउथ अफ्रीका की अोर। ग्राउंड पर पहुंचकर बैठ गए। पैवेिलयन की छत पर। सोचा िक यार यहीं से मैच अच्छा िदखेगा।
मैच शुरु हुअा। पहली बाल अौर चौका। तभी गाने बजते हैं। लड़कियां नाचने लगती हैं। यार क्या मजा है। हमारे समय में ये सब क्यों नहीं था। उस समय भी क्या बोिरंग मैच हुअा करते थे। चौका मारने पर लोग खड़ा होना तो दूर। बैठे-बैठे ही तािलयां बजा देते थे। ये भी कोई मजा था।
तभी ब्रैडमेन ने देखा िक एक िखलाड़ी ने एक ही अोवर में छह छक्के जड़ िदए। हर तरफ जश्न का सा माहौल। अाितशबाजी हो रही है, लड़कियां नाच रही है।
बल्लेबाज का अौसत ४०० रन के पार जा रहा था। ब्रैडमैन ने सोचा िक अगर ये बल्लेबाज उस समय होते तो मेरे ९९.९० के अौसत का क्या होता। मैं तो कहीं मुंह िदखाने लायक नहीं रहता।
खैर कोई बात नहीं। तीन घंटे में जो रोमांच िमला है। शायद फुटबाल में भी नहीं िमलता। चौके-छक्कों की छड़ी, झटपट िगरते िवकेट अौर नाचती हुई लड़कियां। दुिनया तेजी से बदल रही है। खेल भी बदला है। अभी बहुत कुछ अागे देखने को िमलेगा, देखते जाइए अागे क्या-क्या होता है।

3 comments:

Unknown said...

tumahara yah lekh pasand aya but tum T-20 se biased lag raho ho. ok koi bat nahi yeh sab age ka takaja hai.

Satyendra PS said...

kya guru, kuch naya karne ka irada nahi hai?

Satyendra PS said...

ई ब्रेडमैनवा भी गज़बै का आदमी है। मरने के बाद भी भूत बनकर मैच देख रहा है? अपनी बैटमैनी से तो उसने लोगों का समय बरबाद किया ही, अब भूत बनकर लोगों को परेशान करने का इरादा रखता है।