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समुद्र का नीला होता है। आसमान का रंग भी। अथाह गहराई। बेपनाह ऊंचाई। और विस्तार। इस सबके बावजूद बला की शांति। यह जानते हुए कि उनके अंदर क्या है। खबरों की दुनिया भी ऐसी ही है। नीला सागर। विराट। अनंत। संभावनाओं से भरपूर। उथलापन न हो तो। किनारे का रंग पीला होता है। इसलिए जरूरी है कि गहरे उतरो। थपेड़ों से डरे बिना। देखो। समझो। मझधार में जाओ। भंवर से खेलो। जहां तक हो सके। क्योंकि मोती तट पर नहीं होते। वहां बस सतही गंदगी है। और कीचड़।
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