Saturday, September 22, 2007

िदल्ली पुिलस के लौंडे

भूपेन्द्र िसंह

अरे मेरी जान कभी इधर भी देख िलया करो। अरे अो मैडम जरा मुड़कर तो देख लो। अरे भाई यो तो देख ही ना री। अरे देखेगी थोड़ा सब्र रख। ले दूसरी अा गई। ले-ले िजतने मजे ले सकता है। ये बोलवचन गली मुहल्लों में घूमने अाए िकसी गुंडे मवाली के नहीं है। बलि्क उन लोगों के हैं। जो िदल्ली पुिलस के कांस्टेबल का इिम्तहान देने अाए थे। इन भावी कांस्टेबलों ने िजस तरह की िछछोरी हरकतें िदखाई। उन्हें देखकर अच्छे-अच्छे मवािलयों के पसीने छूट जाए। ये पहली बारनहीं है जब भावी कास्टेबलों ने इस तरह की हरकतें की हैं। िपछले साल भी िदल्ली पुिलस ने कांस्टेबलों की भतीॆ की थी। उस समय भी िदल्ली पुिलस के इन लौंडों ने लड़कियों के साथ छेड़खानी की थी। िपछले साल मेरठ में भी इसी तरह की घटना हुई थी। वहां पुिलस में भतीॆ होने अाए जबानों ने एक लड़की के कपड़े फाड़ िदए थे। इस तरह के लोग अगर िदल्ली पुिलस में शािमल होंगे। तो अाप अंदाजा लगा सकते हैं। िक ये लोग िकस तरह महिलाअों की िहफाजत करेंगे। मजे की बात तो देिखए िदल्ली पुिलस के इिम्तहान भी िसविल लाइन में होते हैं। कहने को िसविल लाइन लेिकन वहां एग्जाम देने अाए लड़कों की हरकतें पूरी तरह अनसिविल । लगता है इन लोगों ने िदल्ली पुिलस के लोगो को काफी गहराई से अमल में लाना शुरू कर िदया है। िदल्ली पुिलस, सदा अापके साथ, सदैव अापके िलए। इन भावी कांस्टेबलों को चािहए। सदा लड़कियों का साथ। अौर सदैव लड़कियों के िलए हािजर।

इन भावी कांस्टेबलों की यहीं है कहानी
चािहए इन्हें लड़कियां अौर थोड़ा माल-पानी।
करते हैं सदा ये अपनी मनमानी
कर डाला इन्होंने समाज को पानी-पानी।

4 comments:

hridayendra said...

meri jaan kya likha hai....
as sexy as u..
keep it on my boy

Satyendra PS said...

अपना दर्द िनकाल िदया आपने। अच्छा है।

beyond the sky said...

good one.. liked it!

Prem said...

gajab ka likha yar, tumne to maidan mar liya.